Tuesday, February 4, 2014

डेढ़ सौ लोग जांच के दायरे में

मनरेगा घोटालाः आरोपियों की आय से अधिक संपत्ति की भी जांच होगी

सोनभद्र। जनपद में मनरेगा के कार्यों में हुए घोटाले में डेढ़ सौ से अधिक लोगों केे जांच के दायरे में आने के आसार हैं। जांच के दायरे में आने वाले अफसरों, कर्मचारियों, जनप्रतिनिधियों, फर्म मालिकों एवं अन्य की आय से अधिक संपत्ति की भी सीबीआई जांच करेगी। आय से अधिक होने की पुष्टि पर संपत्ति जब्त कर ली जाएगी। केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को भेजे गए पत्र में पहले ही इसका जिक्र हो चुका है। हाईकोर्ट के आदेश में भी इसका उल्लेख है।
वर्ष 2007 से 2010 के बीच जनपद में विभिन्न जांच अधिकारियों की रिपोर्ट और नवंबर 2011 में तत्कालीन डीएम वीवी पंत की ओर से शासन को भेजी गई आख्या पर ध्यान दें तो 126 लोग सीधे इस मामले में आरोपी पाए जा रहे हैं। इसमें तत्कालीन डीएम, दो सीडीओ, एक परियोजना निदेशक, एक डीडीओ का नाम सुर्खियों में है। 10 खंड विकास अधिकारी, पांच एक्सईएन, 15 जेई, पांच एडीओ, तीन सहायक लेखाकार, 13 ग्राम विकास अधिकारी, 22 ग्राम पंचायत अधिकारी, 28 प्रधान, 18 तकनीकी सहायक को पहले ही आरोपी मानकर किसी के खिलाफ सीधी कार्रवाई तो किसी के खिलाफ संस्तुति कर शासन को रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। 14 आपूर्तिकर्ता, तत्कालीन समय के ब्लाक प्रमुख, थर्ड पार्टी मानीटर सहित अन्य व्यक्तियों की भूमिका पर भी सवाल उठाए जा चुके हैं। इसको दृष्टिगत रखते हुए वर्ष 2011 में 24 अक्तूबर और 14 नवंबर को केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती को भेजे पत्र में लिखा है कि सोनभद्र में तैनात अधिकारियों, कर्मचारियों ने मनमानी लूट कर संपत्ति अर्जित की है। ऐसे लोगों की आय से अधिक संपत्ति की जांच कर उसे जब्त करने के लिए सीबीआई जांच के अलावा कोई विकल्प नहीं है। उधर, हाईकोर्ट के आदेश में भी केंद्रीय मंत्री की इन बातों का उल्लेख किया गया है।
न्यायालय ने अपने आदेश में रिपोर्टों के मद्देनजर स्पष्ट जिक्र किया है कि अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ ही प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, जनप्रतिनिधि एवं अन्य प्राइवेट व्यक्ति भी इस खेल में संलिप्त हैं। इनकी जांच कर घोटाले का सच सामने लाना जरूरी है। कोर्ट ने गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की ओर से भ्रष्टाचार को लेकर आए बयान का भी जिक्र करते हुए टिप्पणी की है। इससे अन्य कार्रवाई के साथ आय से अधिक संपत्ति की जांच होने की पूरी उम्मीद है और सरकारी अमले के साथ, सफेदपोशों के भी बेनकाब होने की संभावना बन गई है।

इन विभागों के अफसर होंगे जांच के दायरे में

सोनभद्र। डीआरडीओ, ग्राम्य विकास, पंचायत राज विभाग, पीडब्ल्यूडी, लघु सिंचाई, सहकारी समितियां, आर्थिक बोध एवं संख्या प्रभाग, समाज कल्याण विभाग, जिला पंचायत, वन विभाग आदि।
आरोपी होकर भी 55 कार्यों के बन गए प्रभारी
रामगढ़। मनरेगा घपले में घोरावल ब्लाक में तैनाती के दौरान आरोपी ठहराए जा चुके एडीओ पंचायत पर चतरा ब्लाक में जमकर मेहरबानी हुई है। इनके खिलाफ वर्ष 2011 में ही कार्रवाई के लिए पत्राचार हो चुका है। जांच रिपोर्ट में ऐसे लोगों को कार्यप्रभारी न बनाए जाने का सुझाव दिया जा चुका है। बावजूद अभी भी आरोपी अनरमा का चतरा ब्लाक में न केवल दबदबा बरकरार है, बल्कि उन्हें मनरेगा के 55, आईएपी के 15, राज्य वित्त के 14 और सांसद निधि के चार कार्यों का प्रभारी बना दिया गया है।
आय से अधिक संपत्ति मिलने पर जब्त होगी
हाईकोर्ट ने अपने आदेश में किया है उल्लेख

Tuesday, January 21, 2014

Monday, January 20, 2014

सोनभद्र : अफसर जल्दी नहीं उठाते फोन

शासन का निर्देश हवा-हवाई, हर काल रिसीव करने का है आदेश

 

अफसर जल्दी नहीं उठाते फोन

 
सोनभद्र। नक्सल प्रभावित जिले के अधिकतर अफसर सीयूजी नंबर पर काल पहली बार में रिसीव नहीं करते। शासन का निर्देश है कि अधिकारी हर समय सीयूजी नंबर आन रखें और आने वाली हर काल रिसीव करें। व्यस्त रहने की दशा में अधिकारी काल बैक करें। डीएम भी अधीनस्थों को निर्देश जारी कर चुके हैं। बावजूद इसके डीएम और उनके अफसर शायद ही पहली बार में फोन उठाते हा? शनिवार की रात ‘अमर उजाला’ ने प्रशासन एवं पुलिस से जुड़े अधिकारियों के नंबर डायल किए तो हकीकत सामने आ गई। कुछ ने पहली बार में फोन उठाया तो डीएम से लगायत अन्य से बात करने के लिए मशक्कत करनी पड़ी।
डीएम चंद्रकांत को ‘अमर उजाला’ कार्यालय के नंबर से 7.31 फिर 8.08 और 9.00 बजे फोन किया गया, लेकिन रिसीव नहीं हुआ। आधे घंटे बाद दूसरे नंबर से मोबाइल मिलाया गया तो डीएम ने रिसीव किया। सीडीओ महेंद्र सिंह को 7.36 से 8.30 बजे के बीच कई बार फोन किया गया मगर उनसे बात नहीं हो सकी। पहले वेटिंग, बाद में नाट रिचेबल, करीब आधे घंटे बाद उनसे संपर्क हो सका। डीडीओ आरएन सिंह को 7.38 से 9.40 बजे तक अलग अलग नंबरों से फोन मिलाया गया मगर एक भी काल को उन्होंने रिस्पांस नहीं दिया। डीएसओ एपी सिंह के मोबाइल पर 7.39 बजे से 9.14 बजे तक कई बार फोन किया गया, लेकिन उन्होंने नहीं उठाया। नंबर बदलकर फोन मिलाने पर उन्होंने रिसीव किया। डीपीआरओ वीरेंद्र सिंह का नंबर 7.53 से 8.30 के बीच तीन बार मिलाया गया लेकिन व्यस्त का उत्तर आता रहा। बाद में काल बैक तक नहीं आई। सीओ पिपरी प्रमोद यादव का 8.06 से 8.30 के बीच कई बार फोन मिलाया गया और हर बार उनका सीयूजी फोन स्विच आफ मिला।
इनका पहली बार में उठा फोन
 
सोनभद्र। एडीएम मनीलाल यादव को 7.33 बजे मोबाइल मिलाया तो रिसीव हो गया। एसडीएम राजेंद्र त्रिपाठी का फोन पहली बार डायवर्ट आया। दूसरी बार 8.16 बजे बात हुई। बताया कि लखनऊ से लौट रहे हैं। एसडीएम दुद्धी अमित कुमार का फोन 7.41 बजे पहली काल पर उठ गया। जिस-जिस बिंदु पर बात की गई, तसल्ली से जवाब मिला। एसडीएम घोरावल हर्षदेव पांडेय का फोन 7.50 बजे पहली काल में रिसीव हो गया। 7.55 बजे सीएमओ डा. रामअवध यादव ने पहली बार में मोबाइल उठा लिया। सीओ नगर देवेश शर्मा को 7.58 बजे फोन किया गया। सीओ ओबरा/दुद्धी अनिल यादव ने 8.01 बजे पहली काल में फोन रिसीव किया। सीओ सदर सितांशु यादव ने 8.03 बजे फोन उठाया। बताया इलाके में सब शांति है। एसपी रामबहादुर यादव को 8.50 पर मोबाइल मिलाया गया। फोन रिसीव हुआ, बोले कि छुट्टी पर हैं। बाकी सब ओके है।
जनप्रतिनिधि भी पाए गए उदासीन
 
सोनभद्र। जनपद के चारों विधायकों के सीयूजी नंबर पर भी फोन किया गया। 8.15 बजे राबर्ट्सगंज विधायक अविनाश कुशवाहा को फोन किया गया तो उन्होंने रिसीव किया। 8.18 पर घोरावल विधायक रमेश दूबे का सीयूजी कवरेज क्षेत्र से बाहर था। 8.20 बजे दुद्धी विधायक रूबी प्रसाद ने फोन उठा लिया और बताया कि वे दिल्ली में हैं। सांसद पकौड़ी लाल के दोनों नंबर पर कई बार काल किया गया पर एक भी बार उन्होंने रिस्पांस नहीं दिया। जिला पंचायत अध्यक्ष अनीता राकेश के मोबाइल पर कई बार घंटी गई, लेकिन उन्होंने रिसीव नहीं किया। ओबरा विधायक सुनील सिंह यादव को 8.31 बजे फोन किया गया तो उन्होंने काट दिया। सांसद, जिला पंचायत अध्यक्ष और विधायक ने काल बैक करने की जरूरत नहीं समझी।
 
काल बैक करने का फरमान भी बेअसर साबित
कई बार प्रयास पर डीएम ने रिसीव किया फोन
सभी अधिकारियों को हर काल अटेंड करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। मैं कर्मचारियों की बैठक ले रहा था। इस नाते फोन उठाने में देरी हुई है। बाकी जिन-जिन अधिकारियों ने फोन नहीं उठाया है, उनसे जवाब तलब करेंगे। -
 
चंद्रकांत, जिलाधिकारी सोनभद्र।

Friday, January 17, 2014

तिरंगा लेकर सड़क पर उतरे लोग


अनपरा। प्रदूषण सहित विद्युत बिल, विस्थापित समस्याओं के खिलाफ आमजन ने रविवार को सत्याग्रह किया। सैकड़ों लोगों ने हाथ में तिरंगा लहराते हुए डिबुलगंज से लेकर नेहरू चौक तक पदयात्रा की। नेहरू चौक पर आहूत जनसभा में वक्ताओं ने प्रदूषण के मुद्दे पर प्रशासन सहित जिम्मेदारों को आड़े हाथों लिया। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि आरटीओ, पुलिस-प्रशासन और निजी-सार्वजनिक परियोजनाओं की साठगांठ से प्रदूषण बढ़ा है। हुक्मरानों ने अपने दायित्व का ठीक निर्वाह किया होता तो आज ऊर्जांचल देश के सबसे ज्यादा प्रदूषित स्थानों में नहीं होता। बिजली के बिल को लेकर राज्य सरकार पर सौतेले व्यवहार बरतने का आरोप लगाया गया।
रविवार को दोपहर बाद पौने दो बजे सैकड़ों लोगों ने भारत माता की जय के साथ पदयात्रा शुरू की। तीन बजे के लगभग नेहरू चौक पर पहुंची पदयात्रा भारत माता की जय के साथ ही आमसभा में तब्दील हो गई। सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता अश्वनी दूबे ने कहा कि सोनभद्र और सिंगरौली जिला देश के सबसे ज्यादा प्रदूषित स्थानों में शुमार हैं। यह राज्य और देश के हुक्मरानों की देन है। उन्होंने कहा कि इसे अब बदल डालना है, क्योंकि दोनों जिले की जनता जागरूक हो गई है। दोनों जिलों के प्रशासनिक अफसरों, परियोजनाओं के प्रबंधन और प्रदूषण नियंत्रण के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर करारा प्रहार किया। दूबे ने कहा कि उन्होंने मामला एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) दायर किया है, जिस पर सुनवाई हो रही है। पंकज मिश्रा ने कहा कि सोनभद्र और सिंगरौली देश में सबसे ज्यादा प्रदूषित जगहों में चयनित किया तो प्रदूषण की रोकथाम के अब तक उपाय क्यों नहीं किया गया।
विस्थापितों ने मांगा हक, सौंपा पत्रक
अनपरा। प्रदूषण और विस्थापन की समस्याओं से प्रभावित ग्रामीणों ने रविवार को राष्ट्रपति को संबोधित इच्छामृत्यु का पत्रक थानाध्यक्ष को सौंपा।
लोगों ने बताया कि तीन दशक पूर्व राज्य सरकार ने अनपरा विद्युत गृह की आधारशिला रखी। इसके लिए कई गांवों की भूमि का अधिग्रहण किया गया। भूमि अधिग्रहण के दौरान जो सब्जबाग लोगों को दिखाए गए वह तो आज भी पूरे नहीं हुए। इसके साथ ही विस्थापितों को भूमि प्रतिकर, पुनर्वास एवं पुनर्स्थापन लाभ भी नहीं दिया गया। रोजगार मिला नहीं, भूमि भी हाथ से गई। ऐसे में लोगों के पास जीवन चलाने के लिए कुछ नहीं बचा है। इस स्थिति में राष्ट्रपति उन्हें इच्छा मृत्यु की अनुमति दें। सौ से ऊपर लोगों ने इच्छामृत्यु का पत्रक पुलिस को सौंपा। लोगों ने कहा कि इच्छामृत्यु के तहत 30 जनवरी से वह अपने परिवार के साथ घरों के सामने अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठ जाएंगे।
वक्ताओं ने कहा, आरटीओ, पुलिस और निजी विद्युत गृहों की साठगांठ से बढ़ रहा है प्रदूषण
पदयात्रा में दिखी एकजुटता, समस्याओं के हल के लिए सौंपा पत्रक
प्रदूषण सहित अन्य समस्याओं के खिलाफ रविवार को कुछ इस जज्बे के साथ निकाली गई पदयात्रा।
भीड़ देख हर कोई रह गया हैरान
अनपरा। जनलोकपाल के लिए जिस तरह दो वर्ष पूर्व अन्ना और केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली के लोगों ने जज्बा दिखाया। कुछ इसी अंदाज में ऊर्जांचल के रहवासियों ने रविवार को तेवर दिखाए। भीड़ के अंदाज को देखकर पुलिस भी हैरान रह गई। प्रदूषण के खिलाफ रविवार को सैकड़ों की संख्या में क्षेत्रीयजनों ने लामबंद होकर पदयात्रा शुरू की तो यातायात व्यवस्‍था चरमरा गई। साथ चल रही पुलिस ने यातायात सुचारु चले, इसके लिए बहुत कोशिश की लेकिन रह-रहकर जाम लग जा रहा था। हाथों में तिरंगा लहरा रहे बाइक सवार युवक भारत माता की जय के नारे लगा जोश भर दे रहे थे।
प्रदूषण नियंत्रण के लिए भी दिया ज्ञापन
अनपरा। क्षेत्रीयजनों ने रविवार को पदयात्रा के बाद सोनभद्र और सिंगरौली को प्रदूषण मुक्त करने के लिए केंद्रीय मंत्री वन एवं पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली को संबोधित पत्रक एसओ अनपरा, एसओ पिपरी को सौंपा। इसमें लोगों ने मांग की है कि निजी और सरकारी औद्योगिक इकाइयों ने पर्यावरण के प्रति असंवेदनशीलता की सभी हदें पार कर दी हैं, जिससे आमजन का जीवन दुश्वार हो गया है। लोगों ने प्रदूषण के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, परिवहन विभाग और पुलिस विभाग के भ्रष्टाचार को जिम्मेदार माना है।

सिपाही को धमका रहे खनन उद्यमी

ओबरा। खदानों के सीमांकन को लेकर दो उद्यमियों के बीच हुए विवाद मामले में मौके पर जा रहे सिपाही गुलाब सिंह को धमकाने मामले में गुरुवार की रात तीन खनन उद्यमियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई। शुक्रवार की सुबह दबिश देकर दो को गिरफ्तार कर लिया गया। एक और की तलाश जारी है। इन उद्यमियों पर सरकारी कार्य में बाधा डालने, गाली-गलौज करने एवं धमकी देने का आरोप है।
थानाध्यक्ष अनिल यादव ने बताया कि गुरुवार को बिल्ली खनन क्षेत्र के रास पहाड़ी में सीमांकन को लेकर दो खनन व्यवसायी आपस में विवाद कर रहे थे। खबर मिलने पर उन्होंने सिपाही गुलाब यादव को मौके पर भेजा तो उसे तरह-तरह से धमकाया गया। सिपाही की तहरीर पर गुड्डू श्रीवास्तव निवासी वाराणसी, मुन्ना सिंह निवासी भदोही, अभिषेक सिंह निवासी चोपन रोड, ओबरा के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर दिया। शुक्रवार की सुबह एसआई गगनराज सिंह ने दबिश देकर शारदा मंदिर के पास से गुड्डू एवं मुन्ना को दबोच लिया। पूछताछ के बाद दोनों का चालान कर दिया गया।

Brahma Kumaris' ashram

BHOPAL: The zonal head of Brahma Kumaris' ashram at Singrauli, Awadhesh Behan, accused of forcing a 26-year old rape survivor to undergo abortion, gave a slip to the police and moved out of Singrauli town on Sunday citing ill-health. Awadhesh Behan left for Uttar Pradesh reportedly to get some pathological tests done, even before the complainant could reach Singrauli or the police could file a case against her.

Awadhesh Behan was admitted to the hospital and was undergoing treatment, ever since the woman lodged a complaint against her.

She was admitted to the NTPC hospital in Singrauli from December 17, onwards. It was on December 17, that the copy of the complaint lodged by the 26-year old woman in Chhatapur district reached Singrauli.

Sources said that since the survivor could not reach Singrauli, police was not able to frame case against the in charge of the ashram, Awadhesh Behan. However, hardly few hours before the arrival of the complainant at Singrauli, she moved out of the district.

"She has informed us, that as per referral by doctors she needs to get certain pathological tests done for which she was required to go to Uttar Pradesh. She has assured to return soon after the tests and present herself before the police," in charge of women cell of police, Singrauli, Archana Tiwari told TOI.

"The girl arrived late in the evening so we could not have much discussion with her. But she would be taken to the ashram and her statement would once again be recorded, it is only on the basis of her statements and other evidences that further course of action would be taken," Tiwari said.

Meanwhile, Singrauli police have arrested Prasad Bhai, who the complainant has accused with rape and while Bhopal police has launched a hunt to nab the other accused Prem Bhai, who has been accused of raping the woman in Bhopal ashram.

On, December 15, the woman, a resident of Chhatarpur district and who lived at various ashram of Brahma Kumaris since 2001, alleged that she was raped two times in two years during her stay at Singrauli and Bhopal ashrams and was also forced to undergo abortion. In her complaint to police she alleged that in 2010, she was raped by an employee of ashram Prasad Bhai in Singrauli, later she was forced to undergo abortion by Awadhesh Behan in Bhopal where she was raped by another employee named Prem Bhai in 2012.
Singrauli:14 Dec 2013: 01:03PM सिंगरौली (बैढ़न)/भोपाल।पुलिस की गिरफ्तारी के बाद लापता हुए युवक का शव शुक्रवार सुबह अमझर गांव बैढ़न में मिलने के बाद गुस्साए लोगों ने उपद्रव मचाया। भीड़ ने कलेक्टर के वाहन सहित अन्य सरकारी वाहन आग के हवाले कर दिए गए। इस बीच, पुलिस फायरिंग में एक युवक की मौत हो गई और एक स्कूली छात्र सहित चार लोग घायल हो गए। पथराव में पुलिसकर्मी व फोर्स के जवान भी घायल हुए हैं।


मौके की नजाकत को देखते हुए कलेक्टर एम. सेलवेन्द्रन ने बैढ़न, विंध्यनगर और मोरवा थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाने की घोषणा की है। कर्फ्यू शनिवार तक लगा रहेगा। उधर, सिंगरौली में पुलिस गोलीचालन में एक व्यक्ति की मौत और आधा दर्जन लोगों के घायल होनेे को लेकर राज्य सरकार ने न्यायिक जांच का आदेश दे दिया है।


यह जांच भूतपूर्व जिला एवं सत्र न्यायाधीश आरएस त्रिपाठी करेंगे। जांच के लिए तीन माह का समय दिया जाएगा। राज्य सरकार ने हादसे में मृत व्यक्ति के परिजनों को तीन लाख रूपए और घायलों के लिए मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान से पच्चीस-पच्चीस हजार रूपए देने की घोष्ाणा की है। गोलीचालन के लिए दोष्ाी टीआई को लाइन अटैच कर दिया गया है।



जानकारी के अनुसार बिलौजी निवासी अखिलेश शाह (27) का शव कुएं में मिला। इसके बाद लोग उग्र हो गए। लोगों को काबू करने के लिए पुलिस को हवाई फायर करने पड़े और आंसू गैस भी छोड़ी। बताया जाता है कि अस्पताल के समीप भी हवाई फायर किए गए, जिसमें बैढ़न निवासी नकीब सिद्दीकी पुत्र नईफ अहमद सिद्दीकी (22) की मौत हो गई। घायलों में खुटार निवासी सुरेन्द्र शाह (16), बृजेश (14), जमुआ निवासी अमरेश (18) और विनोद कुमार शाह पुत्र छोटेलाल शाह (17)घायल हो गए। सीएसपी वीडी पाण्डेय समेत आधा दर्जन पुलिसकर्मी भी पथराव में घायल हो गए हैं।

ये है मामला

जानकारी के मुताबिक बिलौजी निवासी अखिलेश शाह (27) को पुलिस ने पांच दिसंबर की रात अमझर गांव निवासी उसके मामा शिवसागर शाह के घर से गिरफ्तार किया था। आलाधिकारियों का कहना था ममेरे भाई विजय शाह को पेश करने के बाद ही अखिलेश को छोड़ा जाएगा। छह दिसंबर से युवक गायब हो गया। परिजन पुलिस के पास पहुंचे तो वहां से गुमशुदगी दर्ज कराने की बात कही गई।


इस पर परिजनों ने नाराजगी जताई। बाद में कोतवाली पुलिस ने गुमशुदगी की ही रिपोर्ट दर्ज की। करीब आठ दिनों से युवक का कोई सुराग नहीं था। शुक्रवार सुबह उसका शव ग्राम अमझर में मामा के घर के समीप कुएं में मिला।
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Wednesday, January 15, 2014

Singrauli ka Kadwa Sach

सिंगरौली : ०२ अगस्त २०१३ एन.सी. एल दुद्धीचुआ परियोजना सिंगरौली म.प्र. में स्थित डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल में छात्र सागर कुमार को प्रिंसिपल पी.सी. सिंह कि पत्नी टीचर अंजलि सिंह द्वारा पुरे स्कूल के सामने बेइज़ज़त किया, उसकी गरीबी का मज़ाक बनाया गया एवं पुरे स्कूल में कपडे उतरवाकर घुमाया गया।   अपनी इस बेइज़ज़ती से छात्र मानसिक रूप से परेशान हो गया और घर जाकर सागर ने फांसी लगाकर आत्महत्या करली। इस घटना को पुरे ५ महीनो से ऊपर हो गए लेकिन कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई। काफी तादात में लोग सड़को पर उतरे, नारे बाज़ी  कि एवं कैंडल मार्च भी किया गया।  यह सिंगरौली के आज का सच बढ़ते उद्योग का गढ़ लेकिन आज भी पिछड़ा हुआ।

एक सत्य Facts of Singrauli